मांगलिक दोष के लक्षण
ज्योतिष शास्त्रो के अनुसार कई बार ऐसा
भी देखा गया है की की लोग मांगलिक भी होते हैं लेकिन सवाल ये है की आप कैसे
जानेंगे की आप मांगलिक हैं कि नहीं। आज हम आपको इसके बारे में आपको बताने वाले हैं
क्योंकि इंसान के कुछ लक्षणो से पता लगाया जा सकता हैं कि आपमें मांगलिक दोष के लक्षण हैं कि नहीं। बता दें की लाल किताब में दो तरह के मंगल के
बारे में वर्णन किया गया हैं, पहला मंगल बद और दूसरा मंगल नेक होता हैं। बताया जाता है की
मंगल बद का देवता जिन्न और नेक के देवता हनुमान जी हैं। इसके अलावा आपको यह भी बता
दें कि इस लाल किताब में मंगल बद वाले व्यक्तियों के बारे में विस्तार से बताया
गया हैं।
लाल किताब के मुताबिक मंगल का सबसे
ज्यादा असर आंखों में होता है। लाल किताब के मुताबिक यदि आपकी आंखें सीधा देखते वक्त
उसकी पुतलियां उपर उठी हो तो आप मांगलिक है और ज्यादा उठी हुई हो तो मंगल का असर
आपके ऊपर बहुत ज्यादा है।
- मांगलिक व्यक्ति जुबान के बहुत कड़वे होते हैं और बहुत
लोगों को उनकी बोली अच्छी नहीं लगती हैं,
उनके बोलने से लोगों के दिल दुखते
हैं और ऐसे लोग स्वतंत्र विचारधारा के होते हैं लेकिन ये दिल के बहुत कोमल
होते हैं।
- मंगल बद वाले व्यक्ति किसी का बुरा करने के बारे में नहीं
सोचते हैं लेकिन यदि ये किसी का बुरा करने पर उतर आए तो फिर उसे छोड़ते नहीं
हैं। ये खुद को ज्ञानी, ध्यानी और शक्तिशाली समझते हैं और इसलिए ये ज्यादा किसी
से घुल-मिल नहीं पाते हैं।
- ये लोग अपने व्यवहार और सिद्धांत की वजह से ज्यादा सफल
नहीं हो पाते हैं। लेकिन यदि ये अपने व्यवहार में परिवर्तन लाये तो ये सफल हो
सकते हैं, इन्हें अपने आंखों में सफेद या काला सुरमा लगाते रहना
चाहिए और जीवन भर हनुमानजी की आराधना करनी चाहिए।
मांगलिक दोष के लक्षण
- मांगलिक दोष के लक्षण का सबसे ज्यादा असर आंखों में नजर
आता हैं और आंखों की पुतलियां उपर की ओर ज्यादा झुकी होती है।
- यदि मंगल बहुत ज्यादा अशुभ हो तो बड़े भाई के ना होने की
संभावना प्रबल मानी जाती हैं।
- यदि भाई हो भी तो उनसे दुश्मनी होती है।
- बच्चे को जन्म देने में तमाम तरह की अड़चनें आती हैं और
यदि बच्चा पैदा हो जाए तो उसकी मौत होने का खतरा बना रहता है।
- मांगलिक दोष के लक्षण होने पर एक आंख से दिखाई देना बंद
हो जाता हैं।
- शरीर के जोड़ काम नहीं करते हैं और रक्त की कमी या
अशुद्धि हो जाती है।
- कुंडली के चौथे और आठवें भाव में मंगल अशुभ
माना जाता हैं।
- किसी भी भाव में यदि मंगल अकेला हो तो पिंजरे में बंद शेर
की तरह होता है।
- सूर्य और शनि मिलकर मंगल बद बन जाते हैं।
- यदि मंगल के साथ केतु हो तो अशुभ माना जाता हैं।
- इसके अलावा मंगल के साथ बुध के होने पर भी अच्छा फल नहीं
मिलता है।
मांगलिक दोष की निशानी
- बता दें की मंगल नेक सेनापति का स्वभाव रखता है और आपको
बता दें की ऐसा व्यक्ति हर परिस्थिति में न्यायप्रिय और ईमानदार होता है।
- ऐसे व्यक्ति साहसी,
शस्त्रधारी व सैन्य अधिकारी बनते
है या किसी कंपनी में लीडर या फिर श्रेष्ठ नेता।
- मंगल अच्छाई पर चलने वाला ग्रह है लेकिन यदि मंगल को
बुराई की ओर जाने की प्रेरणा मिले तो यह इससे पीछे नहीं हटता हैं और यही उसके
अशुभ होने का कारण है।
- सूर्य और बुध मिलकर शुभ मंगल बनते हैं।
- दसवें भाव में मंगल का होना शुभ होता हैं।
मांगलिक दोष के उपाय
- जिस व्यक्ति का मंगल बद है उसे निरंतर हनुमानजी की आराधना
करनी चाहिए।
- यदि मंगल खराब स्थिति में हो तो सफेद रंग का सूरमा आंखों
में लगाना चाहिए।
- घर से बाहर गुड खाकर ही निकले।
- अपने पिता और गुरु का हमेशा सम्मान करें।
- अपने भाई और मित्रों से हमेशा मधुर संबंध रखना चाहिए।
- क्रोध से दूरी बनाकर रखे।
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