Sunday 30 December 2018

ब्राह्मी का पौधा

ब्राह्मी का पौधा एक ऐसा पौधा है, जिसका इस्तेमाल आयुर्वेद की दवाइयों के रूप में पिछले कईं सालों से होता रहा है. गीली मिट्टी में उगने वाला ब्राह्मी छह प्रमुख महाद्वीपों में पाया जाता है. ब्राह्मी का उपयोग कईं  प्रकार की बिमारियों में राहतकारी है. इस पौधे की पत्तियां बेहद मुलायम, गुदेदार होती हैं तथा इसके फूल सफेद रंग के होते हैं. ब्राह्मी का पौधा वैज्ञानिक भाषा में बाकोपा मोनिएरी के नाम से भी जाना जाता है. यह पौधा आम तौर पर नम स्थलों पर पाया जाता है इसलिए भारत ही इसकी उपज भूमि है. इस लेख में हम आपको ब्राह्मी के फायदे, गुण व् ब्राह्मी की पहचान बताने जा रहे हैं, जिनका जानना आपके लिए बेहद आवश्यक है.


ब्राह्मी के गुण

  1. ब्राह्मी का पौधा भूमि पर फ़ैल कर बढ़ता है.
  2. इसके ताने, पत्तियां और फूल तीनों ही मुलायम व् उपयोगी होते हैं.
  3. खाने में इसका स्वाद भले ही फीका होता है लेकिन इसकी तासीर शीतल होती है इसलिए अधिकतर लोग इसे खाना पसंद करते हैं.
  4. कब्ज़ के लिए ब्राह्मी का पौधा रामबाण है.
  5. ब्राह्मी का पौधा पूर्ण रूप से औषधीय है. यह औषधि नाडि़यों के लिये पौष्टिक होती है.

ब्राह्मी के फायदे

यादाश्त करे मजबूत
ब्राह्मी का पौधा स्मरण शक्ति बढाने में काम आता है. ब्राह्मी के उपयोग से समृद्धि, एकाग्रता और दिमाग को उत्तेजित करने की क्षमता मिलती है. यह दिमाग की कोशिकाओं को मजबूत करके बुढ़ापे से पहले आने वाली कमजोरियों को दूर करता है और स्मरण शक्ति को मजबूत करता है. ब्राह्मी का पाउडर दूध या घी के साथ मिला कर आसानी से पिया जा सकता है

तनाव करे दूर
तनाव अर्थात स्ट्रेस एक ऐसा रोग है जो आज की अधिकतर युवा पीढ़ी को अपना शिकार बना चुका है. लेकिन तनाव को दूर करने के लिए ब्राह्मी का पौधा ब्राह्मी के गुण आपके काम सकते हैं. इसके लिए आप ब्राह्मी की 2-3 पत्तियां सुबह शाम चबाएं आपको यकीनन राहत मिलेगी. इस पौधे के उपयोग से चिंता, और दवाइयों के दुष प्रभावों से बचा जा सकता है

इम्यून सिस्टम को करे दरुस्त
ब्राह्मी का पौधा हमारे शरीर की प्रतिरक्षा प्रणाली को मजबूत करके इम्यून सिस्टम को दरुस्त रखता है. इससे हमे पेट से जुडी समस्याओं से जल्द राहत मिलती है. यह बिमारियों से लड़ने के लिए काफी उपयोगी है इसलिए कुछ लोग ब्राह्मी के पौधे को प्रतिरोधक पौधा भी कहते हैं

ब्राह्मी की पहचान

ब्राह्मी की पहचान करने का आसान तरीका यह है कि इसके बीज छोटे और भूरे रंग के होते हैं जिनका आकार 0.2 से 0.3 मिलीमीटर तक होता है और यह काफी बड़ी संख्या में पाया जाता है. इसके इलावा ब्राह्मी के फूल अंडाकार होते हैं पत्तियां गुदेदार, मुलायम एक दुसरे के विपरीत होती हैं. इसके फल भी छोटे और अंडाकार होते हैं.