Thursday 31 January 2019

Saudi arab ka kanoon


सऊदी अरब एक मुस्लिम राज्य है. आपने कईं फिल्मों में सफेद कपड़े पहने हुए शेखों को देखा होगा, यह सभी शेख सऊदी अरब के कल्चर को दर्शाते हैं. सऊदी अरब की बड़ी बड़ी इमारतें और बुरका पहनी औरतें ही इस देश की मुख्य खासियत है. लेकिन कानून के मामले में देखा जाए तो सऊदी अरब का कानून (Saudi arab ka kanoon) अन्य देशों के मुकाबले काफी हटके है. यहाँ हर जुर्म की बेहद सख्त सज़ा दी जाती है. चलिए जानते हैं सऊदी के कुछ ऐसे ही कठोर और रोचक कानूनों के बारे में जो आपको भी सोचने पर मजबूर कर देंगे. 




यहाँ नहीं है कोई संविधान
हर देश के अपने अलग नियम और कानून होते हैं लेकिन सऊदी अरब के कानून (Saudi arab ka kanoon) की ख़ास बात यह है कि यहाँ कोई भी संविधान नहीं हैं. संविधान के रूप में यहाँ कुरान और पैगंबर मोहम्मद को ही अहमियत दी जाती है और देश वास्तव में शरीयत कानून के मुताबिक चलता है.

महिलाएं नहीं चला सकती कार

सऊदी अरब देश के कानून (Saudi arab ka kanoon) के अनुसार यहाँ की महिलाएं कार नहीं चला सकती. हालाँकि कुछ सालों पहले इस नियम को लेकर जगह जगह विरोध किए गए थे. जिसके बाद से अब तक इस बात पर पूर्ण रूप से कोई प्रतिक्रिया नही दिखाई गई है.

नही देख सकते अडल्ट मूवीज
सऊदी अरब के कानून (Saudi arab ka kanoon) के अनुसार यहाँ एडल्ट फिल्में देखना ख़ास मना है. इतना ही नहीं बल्कि इस देश में छोटे से छोटे जुर्म की सज़ा भी मौत रखी गई है.

नही मनाया जाता वैलेंटाइन डे
सऊदी अरब के कानून (Saudi arab ka kanoon) के मुताबिक यहाँ वैलेंटाइन डे नही मनाने दिया जाता. फरवरी के इस सप्ताह में कोई भी दुकानदार दिल या कोई अन्य वैलेंटाइन से जुड़ा गिफ्ट नहीं बेच सकता. यदि ऐसा करते कोई पकड़ा जाता है तो उसको सख्त से सख्त सज़ा दी जाती है.

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